संसद में वित्त मंत्री का जवाब, विपक्ष के आरोपों को आंकड़ों की तलवार से काटा, कहा- विकसित भारत के लिए है बजट

वित्त मंत्री ने सबसे पहले संसद का ध्यान बजट के मुख्य बिंदुओं की ओर दिलाया और बताया कि सरकार विकास और विस्तार के लिए किन क्षेत्रों पर फोकस कर रही है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 2014 से सबका साथ-सबका विकास और सबकी प्रार्थना-विश्वास की थीम पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2013-14 में जहां कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए बजट में सिर्फ 30 हजार करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे, वहीं इस साल हमने इस क्षेत्र को 1.52 लाख करोड़ रुपये दिये हैं. यह पिछले साल से 8 हजार करोड़ रुपये ज्यादा है. इसी तरह 2013-14 में शिक्षा और कौशल के लिए 84 हजार करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे, जो आज बढ़कर 1.54 लाख करोड़ रुपये हो गया है.

बजट 2024 पेश होने के बाद जब संसद में विपक्ष निशाने पर आ गया तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आंकड़ों की तलवार से सारे आरोपों को काट दिया. इस दौरान वित्त मंत्री ने महंगाई से लेकर बेरोजगारी और किसानों से लेकर महिलाओं तक को मजबूत और सशक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और बजट में किए गए आवंटन के आंकड़े पेश किए. सीतारमण ने कहा कि हमारा दृष्टिकोण 2047 तक एक विकसित भारत बनाने का है और यह बजट भी उसी दिशा में पेश किया गया है।

वित्त मंत्री ने सबसे पहले संसद का ध्यान बजट के मुख्य बिंदुओं की ओर दिलाया और बताया कि सरकार विकास और विस्तार के लिए किन क्षेत्रों पर फोकस कर रही है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 2014 से सबका साथ-सबका विकास और सबकी प्रार्थना-विश्वास की थीम पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2013-14 में जहां कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए बजट में सिर्फ 30 हजार करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे, वहीं इस साल हमने इस क्षेत्र को 1.52 लाख करोड़ रुपये दिये हैं. यह पिछले साल से 8 हजार करोड़ रुपये ज्यादा है. इसी तरह 2013-14 में शिक्षा और कौशल के लिए 84 हजार करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे, जो आज बढ़कर 1.54 लाख करोड़ रुपये हो गया है.

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